हाथरस। सांध्य दैनिक राजपथ हाथरस की खबर का हुआ असर, खबर की प्रकाशित होने के साथ ही आलाधिकारियों ने लिया संज्ञान। रजिस्ट्ररी ऑफिस पर लगे पैम्प्लेट पर लिखे 2000 के नोट लिये नहीं जाएगें को तत्काल प्रभाव से हटवाया गया तथा रजिस्ट्रार ऑफिस के कर्मचारियांे व अधिकारियों को निर्देशित किया। उत्तर प्रदेश सरकार के सबसे ज्यादा कमाऊ विभाग रजिस्ट्रर ऑफिस के बाहर ही यह लिखा था कि 2000 रूपये के नोट नहीं लिये जाएगें जबकि आरबीआई की गाइडलाइन के अनुसार देश भर में 30 सितम्बर तक 2000 के नोटों को बैंकों में वापस लेने का आदेश जारी किया गया, साथ ही 2000 के नोटों को प्रचलन में बनाये रखने के लिए भी निर्देश जारी किया गया। लेकिन हाथरस के रजिस्ट्रार ने इतनी बड़ी बात को अनदेखी कर दी और पैम्पलेट के माध्यम से 2000 के नोटों को लेने से इंकार कर दिया। जो कि देश की अर्थव्यवस्था करने वाली संस्था आरबीआई की गाइडलाइन को ताक पर रखकर नोट के प्रचलन को बंद करने की बात रख दी। यह बात हाथरस के प्रशासन पर प्रश्न चिन्ह बनकर उभरी वहीं गंभीरता से आला अधिकारियों ने उस समय लिया जब सांध्य दैनिक राजपथ समाचार पत्र ने रजिस्ट्रार आॅफिर के बाहर लगी पैम्पलेट और फोटो को प्रकाशित किया। रजिस्टार की यह भूल छोटी व सामान्य भूल भी नहीं कही जा सकती क्योंकि समूचे भारत वर्ष में आर बी आई की गाइडलाइन के मुताबिक दो हजार का नोट 30 सितम्बर तक चलने के बाद बंद हो जाने की बात जन जन तक तक प्रकाशित हो चुकी थी। ऐसा हो भी क्यों न रजिस्टार महोदय को तो 1 प्रतिशत या 2 प्रतिशत की अतिरिक्त आय से मतलब है।