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ग्राउण्ड रिपोर्ट पहलवानी के इतिहास में पल्टू पहलवान का नाम बहुत ही सम्माननीय है
Hathras Date : 01-09-2023 05:47:43हाथरस। पहलवानी के क्षेत्र में हाथरस के जाने माने दंगल संयोजक के रूप में पल्टू पहलवान एक बड़ा नाम थे जिन्होंने केवल हरियाणा के ही नहीं बल्की देश भर के पहलवानों को इस हाथरस के दा जी महाराज मेले के अखाडे में मल्ल विद्या का कौशल दिखलाया। किसी जमाने में पल्टू पहलवान के संयोजक कार्यकाल में दिल्ली और बनारस लड़ा करते थे। बनारस के नामी पहलवान और हरियाणा दिल्ली के नामी पहलवान जब आपस में भिड़ते तो लगता था कि एक तरफ काली पल्टन और दूसरी तरफ गोरी पल्टन हो। काला गोरा पिक्चर की तरह दोनों भाई आपस में भिड़ रहे हों। पल्टू पहलवान की एक अधा जो पूरे शहर को काफी पसन्द आती थी कि वह कभी सट्टा कुश्ती नहीं होने देते थे। बड़े बड़े पहलवान को उसके जोड़ से लड़ाते थे और सट्टा कुश्ती वालों को तो आसमान दिखलाकर ही छोड़ते थे। पल्टू पहलवान दंगल की मर्यादा रखते थे कभी अश्रलील शब्दों का प्रयोग नहीं होने देते थे। आजकल तो लोग मर्यादा लांघकर फुल्ली फाड़ जैसे अश्रलील शब्दों का प्रयोग करते हैं। उनके कार्यकाल में हनुमान जी का स्वरूप रखने वाले निरंजन बौहरे दंगल का संचालन करते थे और अपने धार्मिक चैपाईयों का उच्चारण किया करते थे और उन्हें और पहलवानों को पर्याप्त ईनाम तुरंत दिया जाता था। तथा दूरदराज से आए पहलवानों की खाने पीने की विशेष व्यवस्था भी की जाती थी। वर्ष 2022 में हुए मेला दंगल में एक साठ वर्षीय वृद्ध रो रो कर कहने लगा पहलवानी की विद्या को हनुमान जी का सेवक ही ग्रहण कर सकता है। नौटंकीबाज जब अपने आप को पहलवान कहकर जनता को भ्रमित करने का काम करते हैं तो बहुत दुख होता है। पहलवानी वही जो शेर से शेर टकराता है।
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