हाथरस। तुलसीदास जी ने कहा था चारों युगों में आपकी प्रशंसा है कि जगत में आप ही आत्म प्रकाश प्रदान करने वाले हैं। आपके पास श्री राम नाम की रसायन सिध्दी है जिससे आप सारे संसार का रोग दोष दूर कर सकते हैं और मानव को भव सागर से पार उतार सकते हैं आपसे बढ़कर श्री रामजी की कोई सेवा करने वाला नहीं है। जब हमारे देश में अंग्रेजों का शासन था तब रतलाम के राजा रंजीत सिंह ने तांबे के एक रूपये के सिक्के पर भारतीय संवत्सर लिखवाया तथा दूसरी तरफ हनुमान जी गदा लिये हुए झूमती मुद्रा में छपवाये तांबे का यह शुद्ध सिक्का पूजा में काम आता है इसी तरह के सिक्के बडौ़त के राजा ने चलाये जिससे स्पष्ट है अंग्रेजी काल में भी हनुमान जी की शक्ति को अंग्रेजों ने समझा हनुमान जी महाराज के सम्मान में जारी ये सिक्के संग्रहकर्ता शैलेन्द्र सर्राफ के संग्रह में मौजूद हैं। हनुमान जी महाराज को जन्मोत्सव पर शत शत नमन।।