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Breaking News बरसात के मौसम में वायरल बुखार के रूप में पैर पसार रहा डैन्गू
Hathras Date : 14-07-2023 05:36:51हाथरस। बरसात के मौसम में उमस व गन्दगी तथा जलभराव के चलते तरह तरह के भयानक वायरस व मच्छरों की ग्रोथ तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में वायरल बुखार ने लोगों को जकड़ रखा है। वायरल से पीढ़ित रोगियों ने प्लेटलेट्स में गिरावट के साथ डेन्गू जैसे लक्षण परेशानी का सबक बने हुए हैं। वहीं ठण्ड के साथ बुखार व मलेरिया को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। वातावरण में वायरस के पेट समेत शरीर के विभिन्न अंगों को अपनी चपेट में ले रहा है। जिसकी वजह से वायरल बुखार ने लोगों को हैरान व परेशान कर रखा है। लेकिन तेज वायरल बुखार के रोगियों में उल्टी पेट दर्द सिर दर्द व बदन दर्द शरीर में अकड़न ब्लीडिंग व प्लेटलेट्स में गिरावट आदि लक्षण डेन्गू की ओर इशारा करते हैं वहीं पेट में दर्द, जी मिचलाना व कपकपी के साथ तेज बुखार मलेरिया की ओर इशारा करते हैं। उपरोक्त जठिलताओं से ग्रस्त बुखार के रोगी इलाज के लिए सरकारी व निजी अस्पतालों की ओर ओपीडी में पहुंचते हैं जहां देखने को मिलती हैं लंबी लंबी कतारें इसी बात से पता चल जाता है कि डेन्गु ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है और वायरल बुखार के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है इमरजैन्सी में चिकित्सक पैरासीटामाॅल आदि का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा और कोई चारा दिखाई नहीं देता हैं। यह संक्रात्मक वायरल बुखार भी कहा जा सकता है। इसे तेज बुखार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसके लिए जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ अधिकारियों को शीघ्र योजना बनाकर डेन्गू पर काबू पाने का प्रयास करना चाहिए जिससे यह महामारी और अधिक न बढ़ सके। जिला चिकित्सालय बागला हाॅस्पीटल में जहां ओपीडी हजार के अंदर रहती थी वहां वायरल बुखार की वजह से कई हजार मरीज लंबी कतारों में देखे जा सकते हैं वहीं महिला चिकित्सालय में भी पहले से कई गुना महिलाऐं वायरल बुखार की चपेट में आने के कारण डिलेवरी आदि में भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं दूसरी तरफ देखें तो गली गली मौहल्ले मौहल्ले में झोलाझाप डाक्टरों द्वारा सस्ते इलाज के रूप में मरीजों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। इसलिए डैन्गू से बचने के लिए कुछ विशेष उपाय निर्धारित हैं। जिसमें पानी की टंकियों के ढक्कन खुले नहीं होने चाहिए तथा खुले बर्तनों में पानी भरकर नहीं रखना चाहिए तथा गंदे पानी भरे गडडे हों तो वहां पर मिट्टी का तेल या डीजल थोड़ी सी मात्रा में डाल दें जिससे डैन्गू के अलावा अन्य प्रजाति के मच्छर भी अपना प्रकोप न छोड़ सकें। डैन्गू की एक खास बात यह है कि यह मच्छर साफ पानी में ही लावा छोड़ता है। तथा यह मच्छर जमीन की सतह से दो व तीन फुट ऊचाई पर ही होता हैं।
