हाथरस। न जाने कब हाथरस से सुुप्रसिद्ध हरिआई हाॅस्पीटल अपने पुराने स्वरूप में आएगा। वैसे तो कुछ समाज सेवियों द्वारा इस हाॅस्पीटल को बचाने के लिए निरन्तर कार्य किये गए है। लेकिन अभी इस हाॅस्पीटल को महज आॅपचारिक हाॅस्पीटल ही समझा जा रहा है। यदि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार चिकित्सा के लिए तत्पर है तो हाथरस के इस हाॅस्पीटल के लिए सौतेला व्यवहार क्यों है? यह हाॅस्पीटल कभी देश को जाना माना आॅखों का हाॅस्पीटल था। इस का उद्घाटन देश के राष्ट्रपति बी0वी0गिरी द्वारा किया गया था। यहीं नही देश के बड़े-बड़े राजनेताओं ने इस हाॅस्पीटल को सराह व मद्द की थी । वहीं समाज सेवी लोंगों द्वारा फाॅउडेशन मेम्बर इस हाॅस्पीटल की नींब रखी थी। लेकिन आज हम पुराने सरूप को याद करते हुए हाॅस्पीटल को देखते हंै तो लगता है हरिआई हाॅस्पीटल आंशू बहा रहा हो और देश के शीर्ष नेता राष्ट्रपति मुर्मू व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा उत्तर प्रदेश सरकार के योगी आदित्यनाथ से फरियाद कर कह रहा हो कि मेरे देश के नायकों हाथरस के इस हरिआई हाॅ0 को आप के सहयोग की आवश्यकता है।