हाथरस। हाथरस के भिलोकरी चौराहे पर हाथरस-जलेसर राजमार्ग के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीण धरने पर बैठे हैं। ग्रामीणों का धरना शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। लोगों का कहना है कि जब तक इस मार्ग का पुनर्निर्माण नहीं होगा, तब तक वह धरने से नहीं उठेंगे। उनका यह भी कहना था कि कोई भी जनप्रतिनिधि और अधिकारी उनकी मांग नहीं सुन रहा। बता दें कि हाथरस से जलेसर की दूरी करीब 32 किलोमीटर है। इसमें 18 किलोमीटर का रास्ता हाथरस जिले की सीमा में आता है। इस राजमार्ग की हालत बेहद दयनीय है। सड़क पर गहरे गहरे गड्ढे हैं। मार्ग की मरम्मत और पुनर्निर्माण के लिए कई बार बजट की डिमांड की गई, लेकिन शासन ने बजट नहीं भेजा। अब स्थिति है कि शाम ढलने के बाद यहां प्राइवेट बसें भी नहीं चलतीं। कई बार लोग इस मार्ग के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर आंदोलन कर चुके हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। बुधवार से फिर ग्रामीणों ने भिलोकरी चौराहे पर धरना देना शुरू कर दिया था। शुक्रवार को भी यह धरना जारी रहा। ग्रामीण टेंट तंबू लगाकर धरने पर बैठे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि यह मार्ग दुरुस्त हो जाए तो इस इलाके का विकास हो सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक इस मार्ग का पुनर्निर्माण नहीं होगा। तब तक उनका अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। शुक्रवार को धरनास्थल पर राम कुमार गौतम, नितिन सिंह शेखावत, राजेंद्र सिंह चौहान, सत्येंद्र सिंह, अशोक परमार, देवेंद्र सिंह, दिनेश शर्मा, आकाश सिसोदिया, अंकुर सिसोदिया, मुकेश शर्मा सहित काफी लोग मौजूद रहे।